🌼 भक्ति और शांति का प्रतीक भाद्रपद माह हिन्दू पंचांग का एक अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी मास है। यह माह भगवान श्रीकृष्ण, गणेश, और विष्णु को समर्पित माना जाता है। सावन के बाद आने वाला यह मास भक्तों को नई ऊर्जा, संयम और सत्कर्मों के मार्ग पर ले जाता है।
इस वर्ष, भाद्रपद मास 2025 की शुरुआत 31 जुलाई से हो चुकी है और यह मास विशेष रूप से कृष्ण जन्माष्टमी, हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, और ऋषि पंचमी जैसे व्रतों और त्योहारों से सजा हुआ है।
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🔱 भाद्रपद मास का नाम और महत्व
भाद्रपद मास को "भादो" भी कहा जाता है। यह श्रावण मास के बाद आता है और वर्षा ऋतु का समापन करता है। इस मास में:
चंद्रमा श्रवण और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्रों में रहता है
यह श्रीहरि विष्णु, श्रीकृष्ण और गणपति को अर्पित होता है
💡 पौराणिक मान्यता: भगवान श्रीकृष्ण ने भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही जन्म लिया था, इसी कारण यह मास अत्यंत शुभ और आध्यात्मिक माना जाता है।
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🌙 भाद्रपद मास की प्रमुख तिथियाँ (2025)
तिथि पर्व / व्रत
06 अगस्त हरतालिका तीज 🌿
07 अगस्त गणेश चतुर्थी 🐘
08 अगस्त ऋषि पंचमी 📿
16 अगस्त कृष्ण जन्माष्टमी 🍼🎵
19 अगस्त दधीचि व्रत ⚔️
25 अगस्त अजा एकादशी 🌺
29 अगस्त भाद्रपद पूर्णिमा 🌕
👉 इन सभी तिथियों पर व्रत-उपवास, मंत्र-जप और कथा-श्रवण से अत्यधिक पुण्य मिलता है।
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👶 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व
भाद्रपद मास में कृष्ण जन्माष्टमी सबसे प्रमुख पर्व है। यह अंधकार में जन्मे प्रकाश का उत्सव है।
🙏 इस दिन:
मध्य रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण का पूजन किया जाता है
दूध, दही, मक्खन का भोग लगाया जाता है
बालकृष्ण की झांकी सजाई जाती है
📖 श्रीमद्भगवद्गीता के पाठ और 108 नामों का जाप करने से जीवन के सारे दोष दूर होते हैं।
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🛕 भगवान विष्णु और गणपति पूजा
भाद्रपद में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना अत्यंत फलदायक माना गया है।
🔸 वहीं, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के दिन
भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्ति बनाकर
10 दिन तक पूजन कर
अनंत चतुर्दशी को विसर्जन किया जाता है
🪔 यह पर्व "विघ्नों के नाश" और "संकल्प सिद्धि" के लिए सर्वोत्तम है।
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🧘♀️ साधना और संयम का महीना
भाद्रपद मास केवल त्योहारों का ही नहीं बल्कि ध्यान, तप और संयम का महीना है।
इस मास में:
🌿 सात्विक भोजन करना
🧂 एक समय व्रत करना
📿 “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” या “ॐ श्रीकृष्णाय नमः” का जप करना
🧘 ध्यान और योग के साथ आत्म-परिष्कार करना
📖 भागवत कथा और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करना
👉 इससे न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि आत्मा को भी ऊर्जा मिलती है।
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🧿 दान-पुण्य का फल कई गुना
भाद्रपद मास में:
📚 विद्या दान
👕 वस्त्र दान
🧂 अन्न और नमक का दान
🪔 तिल और दीपदान
कई गुणा फल देने वाला बताया गया है।
🙏 भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और गणपति को प्रसन्न करने के लिए यह श्रेष्ठ समय है।
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